घर के आस पास की हवा को साफ कैसे रखें – आसान और असरदार तरीके
आजकल शहरों में प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि घर के बाहर निकलते ही धुआँ, धूल और जहरीली गैसें नाक में घुस जाती हैं। न्यूज़ में रोज़ PM2.5, AQI का नाम सुनकर डर लगता है कि बच्चे और बुजुर्ग कैसे साँस लेंगे? लेकिन अच्छी बात ये है कि हम अपने घर के आस-पास की हवा को काफी हद तक साफ रख सकते हैं। थोड़े से प्रयास से न सिर्फ घर के अंदर, बल्कि आँगन, बालकनी और गली तक की हवा को बेहतर बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं कुछ प्रैक्टिकल और सस्ते उपाय।
1. पेड़-पौधे लगाना सबसे आसान तरीका
सबसे सस्ता और कारगर तरीका है ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाना। नीम, पीपल, तुलसी, एलोवेरा, मनी प्लांट, स्नेक प्लांट, आँवला जैसे पेड़-पौधे ऑक्सीजन छोड़ते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड, फॉर्मेल्डिहाइड जैसी जहरीली गैसें सोख लेते हैं। बालकनी में गमलों में भी लगा सकते हैं। सुबह-शाम पानी डालने से न सिर्फ हवा साफ होगी, बल्कि मन को भी सुकून मिलेगा।
2. धूल और धुएँ को रोकें
घर के बाहर अगर कच्ची सड़क है तो उस पर पानी का छिड़काव करें या कम्युनिटी से मिलकर पक्का करवाएँ। गाड़ियों का धुआँ बहुत नुकसान करता है, इसलिए घर के सामने पार्किंग न होने दें। सुबह-शाम झाड़ू लगाते वक्त पानी का छींटा जरूर मारें, सूखी झाड़ू से धूल उड़ती है। अगर गली में कूड़ा जलता है तो मोहल्ले वालों को समझाएँ कि ये बहुत खतरनाक है।
3. घर के अंदर की हवा को बाहर न निकलने दें
अंदर का धुआँ बाहर न जाए और बाहर का धुआँ अंदर न आए, इसके लिए खिड़कियों पर अच्छे जाली लगवाएँ। किचन में चिमनी जरूर चलाएँ। अगरबत्ती, मोमबत्ती कम जलाएँ। इनसे भी PM2.5 बढ़ता है। इसके बजाय कपूर या लौंग जलाएँ, खुशबू भी आएगी और हवा थोड़ी साफ रहेगी।
4. नेचुरल एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल
नमक का दीया (सेंधा नमक का लैंप) जलाने से हवा में मौजूद नकारात्मक आयन कम होते हैं। चारकोल के टुकड़े या बांस का कोयला एक कटोरी में रख देने से भी दुर्गंध और नमी सोखी जाती है। ये बहुत सस्ते और देसी तरीके हैं।
5. दीवाली और छठ जैसे त्योहारों में सावधानी
हम भारतीय त्योहारों में पटाखे जलाते हैं, लेकिन अब जागरूक लोग कम धुआँ वाले या ग्रीन पटाखे चुन रहे हैं। बेहतर है स्काई लैंटर्न या फूलों की होली करें। एक दिन का त्योहार साल भर की बीमारी न दे जाए।
6. मोहल्ले में मिलकर काम करें
अकेले क्या करोगे? पूरे मोहल्ले में पौधारोपण अभियान चलाएँ। कूड़े की गाड़ी रोज़ आए इसके लिए नगर निगम में शिकायत करें। गली में कोई फैक्ट्री या जनरेटर बहुत धुआँ छोड़ रहा है तो उसकी शिकायत करें। एकता में बहुत ताकत है।
छोटे-छोटे कदम ही बड़े बदलाव लाते हैं। आज से ही शुरू करें – एक गमला, एक पौधा, थोड़ा पानी का छिड़काव। दो-चार महीने बाद खुद महसूस करेंगे कि सुबह की हवा पहले से ज्यादा ताज़ा लग रही है। बच्चे खुलकर साँस ले रहे हैं और सिरदर्द भी कम हो गया है।
घर के आस पास की हवा को साफ रखना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। बस थोड़ा ध्यान और लगन चाहिए। अपने और अपने परिवार के लिए आज ही पहला कदम उठाएँ। स्वच्छ हवा हमारा हक है और इसे साफ रखना हमारी जिम्मेदारी भी।

